"सोमनाथ मंदिर "
सोमनाथ मंदिर पे महमूद गजनवी का ,
आक्रमण समझाने आया !
सं १०२६ ई.के उस पुराना काले दिवस
का इतिहास बताने आया |
वैभवशाली ज्योतिर्लिंग की कीर्ति का
सोमनाथ वारहवां प्रतीक |
ईसा पूर्व अस्तित्व में आया जिसे सातवीं
सदी में वल्लभी के मैत्रेय बनवाया |
बार बार आक्रमण सहकर सन्देश दे जाता
धैर्य और साहस का उपदेश सुनाते |
पहला हमला १०२४ ई में किया गया था उसपर
कुल १००१ बार मंदिर आक्रमण सहता |
वेरावल बंदरगाह किनारे मंदिर श्रद्धालु लुभाता
देश हित में सोमनाथ लहरों से मिल गाते |
सिंध गवर्नर जुनादप ने भी इसको नष्ट कराया
गुजराती राजा भीम मालवा नरेश भोज मिल बनवाया |
सोमनाथ का मंदिर बड़ा ही महान बा
स्कन्द पुराण में इसका भी गान बा |
हिन्दुओं का सोमनाथ मंदिर निशाँ बा
अद्भुत कलाकृति से इसका सोपान बा |
शिव मंदिर का समुद्र किनारे स्थान बा
अब १०५० ई में पटेल द्वारा पुनउद्धार बा|
विश्व में राष्ट्र का सोमनाथ से नाम बा
सन २०१३-१४ का दर्शन सुख मंगल को ध्यान बा |
सोमनाथ का प्रांगण आलीशान बा
समुद्र भीतर भी एक शिव स्थान बा |
दूरवीन से देखि उसकी छटा महान बा
होटल और दुकाने भी वहां आलीशान बा |
धर्मशाला - बस अड्डा पर सरकार का ध्यान बा
निःशुल्क श्रद्धालुओं को भोजन का इंतजाम बा |
श्रद्धालुओं का सोमनाथ में बड़ा ही सम्मान बा
वेरावल का विश्व में सोमनाथ मंदिर से नाम बा |
गुजरात का सोमनाथ मंदिर बड़ा ही आलीशान बा
सोमनाथ जी से श्रद्धालु और दुनिया का कल्याण बा |
- सुख मंगल सिंह, अवध निवासी