shabd-logo

उम्मीद

16 सितम्बर 2021

17 बार देखा गया 17
रात्रि को जब हम सोने
     के लिए जाते है
जब इस बात की गारंटी नही होती 
कि हम सुबह जीवित रहेगें या नहीं,
फिर भी हम घड़ी में अलार्म लगाकर सोते है  
   इसे कहते हैं " उम्मीद"
2
रचनाएँ
उम्मीद
0.0
रात्रि में जब हम सोने के लिए जाते है तब हमे इस बात की गारंटी नहीं होती की हम सुबह जीवित रहेगें या नहीं फिर भी हम घड़ी में अलार्म लगाकर सोते है इसे कहते है उम्मीद

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए