सुरेन्द्र नारायण सिंह
2 किताबे ( 2 हिंदी )
16 रचनायें ( 16 हिंदी )
मैं एक सामान्य व्यक्ति हूँ.यथा शक्ति दूसरों की सहायता करने का प्रयास करता हूँ .मैं जियो और जीने दो में विश्वास करता हूँ.
मन की निर्मलता
11 जुलाई 2015
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जिम्मा तो परमात्मा ने लिया है
18 जून 2015
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भगवान आखिर रहते कहाँ हैं
3 जून 2015
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बोझ उतार दो
29 मई 2015
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माँ
10 मई 2015
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कितने पुत्र हैं
5 मई 2015
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आभार एवं शुभानुशंसा
4 मई 2015
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साधु कौन
3 मई 2015
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भगवान अहंकार खाते हैं
23 अप्रैल 2015
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बालक की सत्यवादिता
20 अप्रैल 2015
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