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सुधांशु तिवारी के बारे में

देश हित सर्वोपरि ही मेरी विचारधारा है, भारत ही मेरी जात मेरा मज़हब और मेरी पहचान है |

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सुधांशु तिवारी की पुस्तकें

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सुधांशु तिवारी के लेख

मतलब

24 नवम्बर 2019
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वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से,मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं.

जय हिन्द

22 नवम्बर 2019
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हरे से अल्लाह , केसरिये से राम हूं,शांति बनाये श्वेत से,मै यूद्ध विराम हूं ।।

शांति मंत्र

8 मार्च 2019
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सह नाववतु।सह नौ भुनक्तु।सह वीर्यं करवावहै।तेजस्विनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥असतो मा सद्गमय।तमसो मा ज्योतिर्गमय।मृत्योर्माऽमृतं गमय।ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्ष शान्ति:पृथिवी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म

नव वर्ष की शुभकामनाएं

19 मार्च 2018
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नव-वर्ष की पावन बेला में है यही शुभ संदेशहर दिन आयेआपके जीवन मेंलेकर खुशियाँ विशेषइसी शुभकामनाओं के साथहिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

हर हर गंगे

17 दिसम्बर 2017
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करम जिसे पुकारेवो पहुंचे गंगा किनारेना कर मैली तू गंगातन धोये मन तो गन्दापलट के फिर ना आनीबोली बात और बहता पानीना कर मैली तू गंगातन धोये मन तो गन्दामन पावन हो गंगा में डूबे नहाएमन रावण जो लहरों में तूने बहाएजो चला गया वो लौट के फिर ना आयेतेरा करम ही है जो संग तेरे ही जाएमन पावन हो गंगा में डूबे नहाए

हमारे अन्नदाता की मन की बात

2 जून 2017
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_एक बार ज़रूर पढ़े_एक किसान की मन की बात:-कहते हैं..इन्सान सपना देखता हैतो वो ज़रूर पूरा होता है.मगरकिसान के सपनेकभी पूरे नहीं होते।बड़े अरमान और कड़ी मेहनत से फसल तैयार करता है, और जब तैयार हुई फसल को बेचने मंडी जाता है।बड़ा खुश होते हुए जाता है...बच्चों से कहता है...आज तुम्हारे लिये नये कपड़े लाऊं

6 छोटी-छोटी कहानियाँ

1 जून 2017
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( 1 ) एक बार गाँव वालों ने यह निर्णय लिया कि बारिश ☔के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे , प्रार्थना के दिन सभी गाँव वाले एक जगह एकत्रित हुए , परन्तु एक बालक अपने साथ छाता भी लेकर आया । इसे कहते हैं आस्था

26/11: ख़ौफ़ और ख़ून के वे 60 घंटे जिससे दहल गया था पूर देश

26 नवम्बर 2016
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मुंबई पर 26 नवंबर 2008 के हमलों को भला कौन भूलसकता है. ये वो तारीख थी जब पूरा देशआतंकी हमले की वजह से सहमगया था. मुंबई शहर में हर तरफ दहशत और मौत दिखाई देरही थी. आज उस हमले को भलेही आठ साल बीत गए हों लेकिन उसहमले की याद आज भी हमें डरादेती है.किस तरह 10हमलावरों ने मुंबई को

सोच बदलो देश बदलेगा

22 नवम्बर 2016
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रोज़ कुछ न कुछ होता रहता है हमारे देश मैं , कुछ नहीं हो सकता इस देश का बोल कर बस न्यूज़ देखतेरहते है और फिर अपने अपने काम मैं लग जाते है सब लोग। यही देखते बड़े हुए हम लोग औरयही करते भी आ रहे हैं।जब हमछोटे थे दुनिया बदलने के लिए कुछ करूंगा यहीसोचा करते थे , फिर थोड़ा बड़ा हुये

समाचार

18 नवम्बर 2016
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अगर आज के समय में रामायण होती तो कैसी खबरे आती ..........● राजा दशरथ ने की श्रवण कुमार की हत्या, FIRदर्ज● अयोध्या के राजपाठ को लेके राजा-रानीमेंविवाद बढ़ा |● केवट द्वारा चरण धुलवाने से मायावती हुई नाराज़, कहा ये हैं दलितों का अपमान |● तड़का वध व सूर्पनखा की नाक कटाई क

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