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हरेन्द्र यादव के बारे में

मुझे खुद नहीं पता की मै कौन हूँ? कैसा हूँ? कहाँ से आया हूँ? कहाँ पे जाऊंगा?अरे दीवानो मुझे पहचानो कहाँ से आया मैं हिन् कौन?????पता लग जाए तो मुझे बता देना!आभार।

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हरेन्द्र यादव की पुस्तकें

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हरेन्द्र यादव के लेख

बिजली की खोज सबसे पहले कहाँ हुई

11 फरवरी 2015
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बिजली की खोज सर्वप्रथम किसने की महर्षि अगस्त्य एक वैदिक ॠषि थे। इन्हें सप्तर्षियों में से एक माना जाता है। ये वशिष्ठ मुनि (राजा दशरथ के राजकुल गुरु) के बड़े भाई थे। वेदों से लेकर पुराणों में इनकी महानता की अनेक बार चर्चा की गई है, इन्होने अगस्त्य संहिता नामक ग्रन्थ की रचना की जिसमे इन्होँने हर प्रक

विमान का अविष्कार सबसे पहले कहाँ हुआ था, जानिए

10 फरवरी 2015
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सबसे पहला हवाई जहाज भारत मे बनाया गया था ! ________________________________________ अगर आज किसी को पूछा जाये के सबसे पहला हवाई जाहाज किसने बनाया? तो ले देके हम सब एक नाम लेते है Write Brothers ने बनाया और उनके नाम से दर्ज है यह अविष्कार| हम बचपन से यह पढ़ते आये है के 17 दिसंबरसन 1903 को अमेरिका के कै

बुद्धिमानों की सलाह गंभीरता से लेनी चाहिए

2 फरवरी 2015
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एक बहुत बड़ा विशाल पेड़ था। उस पर बहुत से हंस रहते थे। उनमें एक बहुत सयाना हंस था। वह बुद्धिमान और बहुत दूरदर्शी था। सब उसका आदर करते 'ताऊ' कहकर बुलाते थे। एक दिन उसने एक नन्ही-सी बेल को पेड़ के तने पर बहुत नीचे लिपटते पाया। ताऊ ने दूसरे हंसों को बुलाकर कहा,  "देखो, इस बेल को नष्ट कर दो। एक दिन यह ब

महाभारत के पश्चात

31 जनवरी 2015
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प्राचीन समय की कहानी

30 जनवरी 2015
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जैविक_कृषि || अमृत पानी बनाने की विधि || - १६ किलो ताजा देशी गाय का गोबर - १६ किलो देशी गाय का मूत्र (पुराना भी चलेगा) - १६ किलो पानी - ४०० ग्राम गुड़ - २०० ग्राम तालाब किनारे की गीली मिट्टी इनको मिलाकर पाँच दिन तक एक पात्र मे रखना | छटवें दिन १६० किलो पानी में घोल बनाकर फसल में देना | यह एक एकड़ जमीन का घोल है | तीन माह में तीन बार देना | यह घोल फसल में टानिक का काम करेगा | जमीन जीवाणुओं से भरीपूरी हो जायेगी |

29 जनवरी 2015
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जैविक_कृषि || अमृत पानी बनाने की विधि || - १६ किलो ताजा देशी गाय का गोबर - १६ किलो देशी गाय का मूत्र (पुराना भी चलेगा) - १६ किलो पानी - ४०० ग्राम गुड़ - २०० ग्राम तालाब किनारे की गीली मिट्टी इनको मिलाकर पाँच दिन तक एक पात्र मे रखना | छटवें दिन १६० किलो पानी में घोल बनाकर फसल में देना | यह एक एकड़ जमीन का घोल है | तीन माह में तीन बार देना | यह घोल फसल में टानिक का काम करेगा | जमीन जीवाणुओं से भरीपूरी हो जायेगी |

जैविक_कृषि अमृत पानी बनाने की विधि

29 जनवरी 2015
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जैविक_कृषि  || अमृत पानी बनाने की विधि || -१६ किलो ताजा देशी गाय का गोबर - १६ किलो देशी गाय का मूत्र (पुराना भी चलेगा) - १६ किलो पानी - ४०० ग्राम गुड़ - २०० ग्राम तालाब किनारे की गीली मिट्टी इनको मिलाकर पाँच दिन तक एक पात्र मे रखना | छटवें दिन १६० किलो पानी में घोल बनाकर फसल में देना | यह एक एकड़ जम

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