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सनोज विश्वकर्मा के बारे में

मै सनोज विश्वकर्मा...२०१४ में अपना स्नातकोत्तर भौतिकी विषय के साथ पूरा किआ हूँ.

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सनोज विश्वकर्मा की पुस्तकें

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सनोज विश्वकर्मा के लेख

हिंदी दिवस

14 सितम्बर 2019
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अनपढ़ नही हूँ साहब"हिंदी" में लिखना उतना ही अच्छा लगता हैजितना "माँ के हाथों का खाना"हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

माँ

7 अप्रैल 2017
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माँ से बड़ा कोई अलार्म नहीँ दुनियाँ में....७ बजे उठाने का कहो तो ६ बजे उठा के कहती है ८ बज गये...!

हैप्पी विमेंस डे

8 मार्च 2017
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अपना वजूद भुला कर....ना जाने कितनी रिवायतें निभाती है...सलाम हर उस औरत को....जो घर को स्वर्ग बनाती है....!

विश्व महिला दिवस की शुभ कामनायें ...

8 मार्च 2016
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प्यार + ख्याल = माँप्यार + डर = पापाप्यार +साथ = बहनप्यार + लड़ाई = भाईप्यार + जिंदगी = गर्लफ्रेंडप्यार + ख्याल + डर + साथ + लड़ाई + जिंदगी = पत्नीपुरुष का नारी के समान कोई मित्र नहीं है.फिर चाहे वो किसी भी रूप में क्यूँ न हो....माँ...बीबी....या दोस्तनारी प्रकृति की बेटी है, उस पर क्रोध नकरो..उसका ह्र

स्वागत है नव वर्ष

31 दिसम्बर 2015
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जिन्दगी का एक और साल कम हो चला....कुछ पुरानी यादें पीछे छोड़ चला.कुछ ख्वाहिशें दिल मे रह गयी....कुछ बिन मांगे मिल गयी.कुछ शायद अनजान हैं....कुछ बहुत परेशान हैं.कुछ को मेरा इंतजार हैं....कुछ का मुझे इंतजार है.कुछ मुझसे बहुत खफा हैं....कुछ मुझसे बहुत खुश हैं.कुछ मुझे मिल के भूल गये....कुछ मुझे आज भी य

खुशी

9 दिसम्बर 2015
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दो हाथ से हम पचास लोगों को नही मार सकते, पर दो हाथ जोङ कर हम करोङो लोगों का दिल जीत सकते है.....

30 नवम्बर 2015
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हुनर सब में होता है किसी का छिप जाता है...और किसी का छप जाता है.

28 नवम्बर 2015
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दो हाथ से हम पचास लोगों को नही मार सकते, पर दो हाथ जोङ कर हम करोङो लोगों का दिल जीत सकते है.....

27 नवम्बर 2015
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दिवाली कि साफ सफाई में....रिश्तो पर पड़ी धुल भी साफ कर लें जिन्दगी चार गुना सुन्दर नज़र आयेगी....!!!

3 नवम्बर 2015
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