shabd-logo

विनीत कुमार मिश्र के बारे में

मै विनीत कुमार मिश्र मेरा पसंदीदा विषय हिन्दी है,और मैं सुल्तानपुर का रहने वाला हूँ।

no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

विनीत कुमार मिश्र की पुस्तकें

panditvineet

panditvineet

यह पेज सिर्फ सुविचार के लिए है, आप सभी मित्र अपने सुन्दर विचार भेज सकते हैं

0 पाठक
3 रचनाएँ

निःशुल्क

panditvineet

panditvineet

यह पेज सिर्फ सुविचार के लिए है, आप सभी मित्र अपने सुन्दर विचार भेज सकते हैं

0 पाठक
3 रचनाएँ

निःशुल्क

विनीत कुमार मिश्र के लेख

राम

26 अगस्त 2016
0
0

|| रामहिं केवल प्रेम पियारा ||प्रेम ही सम्पूर्ण साधनाओं का सार तत्व है और यही भक्ति का प्राण भी है-रामहि केवल प्रेम पियारा| जानि लेऊ जो जाननिहारा||(रामचरित मानस)जप, तप ,शम ,दम ओर नियम चाहे कितने भी साधन कर लिये जायें लेकिन यदि प्रभुचरणों में प्रेम नहीं हो तो उपर्युक्त सारे प्रयास निष्फल चले जायेंगे|

जय हिन्द .....

28 जनवरी 2015
5
1

जहाँ डाल डाल पर सोने - Jahan Daal Daal Par Sone Ki (Md.Rafi) Movie/Album: सिकंदर-ए-आज़म (1965) Music By: हंसराज बहल Lyrics By: राजिंदर कृषण Performed By: मो.रफ़ी जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़ियां करती है बसेरा वो भारत देश है मेरा जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का पग-पग लगता डेरा वो भारत देश है मेरा (जय भ

जय श्री कृष्णा

27 जनवरी 2015
2
0

बहुत समय पहले की बात है वृन्दावन में एक महात्मा जी का निवास था जो युगल स्वरुप की उपासना किया करते थे.....एक बार वे महात्मा जी संध्या वन्दन के उपरान्त कुँजवन की राह पर जा रहे थे, मार्ग में महात्मा जी जब एक वटवृक्ष के निचे होकर निकले तो उनकी जटा उस वट-वृक्ष की जटाओं में उलझ गईं, बहुत प्रयास किया सुलझा

स्वामी विवेकानन्द जी

27 जनवरी 2015
1
0

एक दिन स्वामी विवेकानन्द दुर्गाबाड़ी से माँ दुर्गा के दर्शन करके जब लौट रहे थे, तो बन्दरों का एक दल उनके पीछे लग गया। यह देखकर स्वामी जी ने कुछ भय से लम्बे-लम्बे डग भरने आरंभ कर दिए। बन्दरों ने भी उसी तेज गति से उनका पीछा जारी रखा। यह देखकर स्वामी जी और भी शंकित हो उठे और बन्दरों से छुटकारा पाने के

---

किताब पढ़िए