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विवेक सिंह चंदेल के बारे में

विवेक सिंह भारत के एक प्रौद्योगिकी सलाहकार है . इन्होने अपना स्नातक कम्प्यूटर विज्ञान से करने के बाद सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, वेब डेवलपमेंट, कम्प्यूटर ग्राफिक्स, साइबर सुरक्षा, डेटा सुरक्षा, इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा, ऑटोमेशन तथा रोबोटिक्स के क्षेत्र शोध किये.

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विवेक सिंह चंदेल की पुस्तकें

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प्रोद्योगिकी सलाहकार

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13 रचनाएँ

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विवेक सिंह चंदेल के लेख

विश्व की प्रथम शल्य चिकित्सा भारत में

11 अक्टूबर 2015
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प्लास्टिक सर्जरी (Plastic Surgery) जो आज की सर्जरी की दुनिया मे आधुनिकतम विद्या है इसका अविष्कार भारत मे हुअ है| सर्जरी का अविष्कार तो हुआ हि है प्लास्टिक सर्जरी का अविष्कार भी यहाँ हि हुआ है| प्लास्टिक सर्जरी मे कहीं की प्रचा को काट के कहीं लगा देना और उसको इस तरह से लगा देना की

क्या होता है मृत्यु के बाद

3 अक्टूबर 2015
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 मृत्यु के बाद‘न तो यह शरीर तुम्हारा है और न ही तुम इस शरीर के हो। यह शरीर पांच तत्वों से बना है- अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश। एक दिन यह शरीर इन्हीं पांच तत्वों में विलीन हो जाएगा।’-ऐसा भगवान कृष्ण ने भागवत गीता में कहा हैजब शरीर छूटता है तो व्यक्ति के साथ क्या होता है यह सवाल सदियों पुराना है।

योग सिद्धि की शक्तियाँ

3 अक्टूबर 2015
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योग की सिद्धियों से क्या क्या पाया जा सकता है ?योग के सिद्धियों को फलित करके सर्ष्टि संचालन के सिधान्तों को जाना व प्रयोग किया जा सकता है किन्तु बहुत कम लोग जानते हैं कि किस योग से क्या घटित होता है इसी विषय पर संक्षिप्त लेख प्रस्तुत किया जा रहा है सभी योग के सिद्धि को प्राप्त करने की प्रक्रिया अलग-

श्री कृष्ण की सोलह कलाओ का रहस्य (Secret of Sixteen arts of Krishna)

3 अक्टूबर 2015
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श्री कृष्ण की सोलह कलाओ का रहस्यअवतारी शक्तियों की सामर्थ्य को समझने के लिए कलाओं को आधार मानते हैं। कला को अवतारी शक्ति की एक इकाई मानें तो श्रीकृष्ण सोलह कला के अवतार माने गए हैं। भागवत पुराण के अनुसार सोलह कलाओं में अवतार की पूरी सामर्थ्य खिल उठती है।1.श्री-धन संपदाप्रथम कला के रूप में धन संपदा क

अष्ट सिद्धियों का रहस्य (Secret of Eight Siddhis)

3 अक्टूबर 2015
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सिद्धियाँ हजारों तरह की होती हैं उन्हें प्राप्त करने के तरीके अलग –अलग शास्त्रों में वर्णित हैं सिद्धियाँ गुण अनुसार सत् रज तम तीन तरह की होती हैं तमोगुण सिद्धि शीघ्र प्राप्त होती है रजोगुण सिद्धि काफी प्रयत्न से प्राप्त होती है और सतोगुणी सिद्धि ईश्वर की इच्छा से प्राप्त होती है

भारतीय साइबर सुरक्षा

27 सितम्बर 2015
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आदि ग्रन्थ

27 सितम्बर 2015
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राम एवं कृष्ण कथा एकसाथ राघवयादवीयम् ‘अनुलोम-विलोम काव्य’

27 सितम्बर 2015
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कांचीपुरम के 17वीं शती के कवि वेंकटाध्वरि रचित ग्रन्थ‘राघवयादवीयम्’ एक अद्भुत ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ को‘अनुलोम-विलोम काव्य’ भी कहा जाता है। इसमें केवल 30श्लोक हैं। इन श्लोकों को सीधे-सीधे पढ़ते जाएँ, तोरामकथा बनती है और विपरीत क्रम में पढ़ने पर कृष्णकथा।इस प्रकार हैं तो केवल 30 श्लोक, लेकिन कृष्णकथा क

साइबरलैब सुरक्षा प्रणाली

17 सितम्बर 2015
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साइबरलैब

17 सितम्बर 2015
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