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प्रियंका के लेख

अपना प्रोफाइल कम्प्लीटली kaise delete करें...

7 मार्च 2016
0
4

कोई लेख शेयर करने ke baad use डिलीट क्यों नहीं करने का option है....profile डेलेशन का भी ऑप्शन नहीं है......:(

यू अार माई एंजेल ( कहानी )

7 मार्च 2016
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आसमा मेरे सामने थी ...मेरे लिए परेशान भी..मैं बेहद सदमे में थी ...बड़बड़ा रही थी.."ऐसा सब कैसे हो गया .." मैं डरी सहमी सी थी ..खुद को सँभालने की कोशिश करती हुई ..खुद से ही डरी हुई..मेरी आँखें फटी सी ...आंसूं भरे हुए...साँसे बहोत तेज़ थी... "गौरी ...क्यों परेशान हो ...कुछ  नहीं हुआ  है...सब ठीक है...जस्

यू अार माई एंजेल ( कहानी )

7 मार्च 2016
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आसमा मेरे सामने थी ...मेरे लिए परेशान भी..मैं बेहद सदमे में थी ...बड़बड़ा रही थी.."ऐसा सब कैसे हो गया .." मैं डरी सहमी सी थी ..खुद को सँभालने की कोशिश करती हुई ..खुद से ही डरी हुई..मेरी आँखें फटी सी ...आंसूं भरे हुए...साँसे बहोत तेज़ थी... "गौरी ...क्यों परेशान हो ...कुछ  नहीं हुआ  है...सब ठीक है...जस्

शब्दानगरी पार आयाम को डिलीट कैसे करें ?

7 जनवरी 2016
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शोर

1 जनवरी 2016
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मुझे लगता तो नहींके कह देने से मन की बातशोर कम हो जायेगामगर कहने की कोशिश में,शायद शोर में छिपेशब्दों को मैं खुद कुछ तोसुन पाऊँजान पाऊँसमझ पाऊँके शोर क्यों है....क्या हुआ है ....!शांत क्यों नहींमेरा मनएक बहोत लम्बे अरसे से.........शायद लिख केखुद को कह पाऊँके आखिर बात क्या हैशायद उलझन कम हो जायेकुछ

क्या सोशल होना ज़रूरी है?इसके लिए अपने व्यक्तिगत स्वाभाव को कहाँ तक कोम्प्रोमाईज़ किया जा सकता है ?क्या सोशल होना कई बार अपने आप को वह दिखाना हो जाता है जो हम वास्तव में नहीं हैं?

1 जनवरी 2016
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