मंशी
1 किताब ( 1 हिंदी )
33 रचनायें ( 33 हिंदी )
में रहूँ या ना रहूँ मेरी रचनाएँ आपको हमेशा यहाँ मिलती रहेगी •-----भाई मंशीराम देवासी
नमस्कार 🙏🙏
21 मार्च 2016
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नमस्कार 🙏🙏
21 मार्च 2016
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नशा नाश कि जड़ हैं!!
19 मार्च 2016
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जन - जीवन
19 मार्च 2016
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आरक्षण को खत्म करों
19 मार्च 2016
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अपने अपने विचारों का ढ़ग !!!
19 मार्च 2016
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विचार ही मस्तिष्क की खुराक हैं,,इसलिए विचार करते रहो ।
18 मार्च 2016
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ये तो मेरे विष्णु जी की लिला हैं
18 मार्च 2016
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समाज की पिड़ा
18 मार्च 2016
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सिख मानवता री
18 मार्च 2016
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