मानवता
बिंदु “मानवता” एकधर्मसड़क में यदि कोई टकरा जाए तो हम ऐसे लड़ते हे जैसे किसी ने हमारे पैर पर अपना पैर रख दिया हो, छोटी सी बात को लेके हम इस तरह गुस्सा होते हैं जैसे किसी ने हमारा बहुत अपमान कर दिया हो, हम किसी को बुरी बात कहने में तनिक भी देरी नही लगाते। नमस्कार, इन कुछ बातो से आप बिंदु तक पहुँच ग