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आनंद कुमार के बारे में

आप मेरे साथ by Advertise" target="a652c_1481634291_shabdin_371091" style="background-color: rgb(255, 255, 255);"> Facebook पर भी जुड़ सकते है मेरा ID है https://www.facebook.com/erkranand,आप मेरे साथ by Advertise" target="a652c_1481634291_shabdin_371091" style="background-color: rgb(255, 255, 255);"> Facebook पर भी जुड़ सकते है मेरा ID है https://www.facebook.com/erkranand

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आनंद कुमार की पुस्तकें

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17 रचनाएँ

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आनंद कुमार के लेख

प्रेम और त्याग

13 जून 2016
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शादी की वर्षगांठ की पूर्वसंध्या पर पति-पत्नी साथ में बैठे चाय की चुस्कियां ले रहे थे।संसार की दृष्टि में वो एक आदर्श युगल था।प्रेम भी बहुत था दोनों में लेकिन कुछ समय से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि संबंधों पर समय की धूल जम रही है। शिकायतें धीरे-धीरे बढ़ रही थीं।बातें करते-करते अचानक पत्नी ने एक प्रस्ताव

शहादत

13 जून 2016
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उस दिन मैंने उस गाँव में , उस बुढे किसान को देखा उसके चश्मे का कांच टुटा हुआ था और पैरो की चप्पले फटी हुई थी... उसके चेहरे पर बड़ी वीरानी थीमुझे बस से उतरते देख ; वो दौड़ कर मेरे पास आया मेरा हाथ पकड़ कर बोला ; मेरा बेटा कैसा है बड़े दिन हुए है , उसे जंग पर गए हुए ; कह कर गया था कि ; जल्दी लौट कर आऊ

शक्तिशाली इंसान कौन ?

13 जून 2016
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एक पिता ने अपने बेटे की बेहतरीन परवरिश की। बेटा एक सफल इंसान बना और एक मल्टीनेशनल कम्पनी का सी ई ओ बना। शादी हुई और एक सुन्दर सलीकेदार पत्नी उसे मिली।बूढ़े हो चले पिता ने एक दिन शहर जाकर अपने बेटे से मिलने की सोचा। वह सीधे उसके ऑफिस गया। भव्य ऑफिस, मातहत ढेरों कर्मचारी, सब देख पिता गर्व से फूल गया।बे

"कुछ रह तो नहीं गया"

13 जून 2016
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जिंदगी के सफ़र में चलते चलते हर मुकाम पर यही सवाल परेशान करता रहा.... कुछ रह तो नहीं गया?3 महीने के बच्चे को दाई के पास रखकर जॉब पर जानेवाली माँ को दाई ने पूछा... कुछ रह तो नहीं गया? पर्स, चाबी सब ले लिया ना?अब वो कैसे हाँ कहे? पैसे के पीछे भागते भागते... सब कुछ पाने की ख्वाईश में वो जिसके लिये सब कु

असली पूजा ?

6 जून 2016
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गरमी का मौसम था, मैने सोचा काम पे जाने से पहले गन्ने का रस पीकर काम पर जाता हूँ।एक छोटे से गन्ने की रस की दुकान पर गया।वह काफी भीड-भाड का इलाका था, वहीं पर काफी छोटी-छोटी फूलो की, पूजा की सामग्री ऐसी और कुछ दुकानें थीं। और सामने ही एक बडा मंदिर भी था , इसलिए उस इलाके में हमेशा भीड रहती है।मैंने रस क

बचपन-बचपन

6 जून 2016
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बेटे दिव्यम के जन्मदिन पर गिफ्ट में आए ढेर से नई तकनीक के इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों में कुछ को दिव्यम चला ही नहीं पा रहा था। घर के अन्य सदस्यों ने भी हाथ आजमाइश की लेकिन किसी को भी सफलता नहीं मिली। तभी काम वाली बाई सन्नो का दस वर्षीय लड़का किसी काम से घर आया सभी को खिलौने के लिए बेवजह मेहनत करता देख वह ब

एक छोटा प्रयास ......!!!

24 मई 2015
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उस दिन सबेरे 6 बजे मैं अपने शहर से दूसरे शहर जाने के लिए निकला । मैं रेलवे स्टेशन पहुचा , पर देरी से पहुचने कारण मेरी ट्रेन निकल चुकी थी । अगली ट्रेन 9.30 को थी । मैंने निर्णय लिया की मैं दूसरी एक ट्रेन जो 7 बजे दूसरे छोटे स्टेशन से निकलती थी उससे जाऊ । मैं बस से अगले स्टेशन पर गया पर वो ट्रेन भी

"क्या भगवान ने शैतान को बनाया या किसी और ने.....?"

24 मई 2015
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सन् 1902 में, एक professor ने अपने छात्र से पुछा...... क्या वह भगवान था, जिसने इस संसार की हर वस्तु को बनाया? छात्र का जवाब : हां । उन्होंने फिर पुछा:- शैतान क्या हैं? क्या भगवान ने इसे भी बनाया ? छात्र चुप हो गया... .....! फिर छात्र ने आग्रह किया कि- क्या वह उनसे कुछ सवाल पुछ सकता हैं? Professor

क्रोध..... वो तेजाब है जो बर्तन को अधिक नष्ट करता है जिसमे वो भरा होता है .....ना की उसको जिस पर वो डाला जाता हैं !!!

21 मार्च 2015
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एक पण्डितजी महाराज क्रोध न करने पर उपदेश दे रहे थे| कह रहे थे - "क्रोध आदमी का सबसे बड़ा दुश्मन है, उससे आदमी की बुद्धि नष्ट हो जाती है| जिस आदमी में बुद्धि नहीं रहती, वह पशु बन जाता है|" लोग बड़ी श्रद्धा से पण्डितजी का उपदेश सुन रहे थे पण्डितजी ने कहा - "क्रोध चाण्डाल होता है| उससे हमेशा बचकर र

हर सफल वयक्ति के पीछे एक महिला होती है .... वह माँ, बहन और पत्नी कोई भी हो सकती है .

1 फरवरी 2015
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"एक बार जरू पढ़े क्योंकि हम जानते है जब आप पढ़ना शुरू करेंगे आखिर तक पढ़े बिना आप रह नहीं पायेगे...." ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ पिछले हफ्ते मेरी पत्नी को बुखार था। पहले दिन तो उसने बताया ही नहीं कि उसे बुखार है,दूसरे दिन जब उससे सुबह उठा नहीं गया तो मैंने यूं ही पूछ लिया कि तबीयत खराब है क्या

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