वर्दी कोट का झगड़ा
अदालत थाना आपस मे भिड़ जाने
लगे।
जबकि न्याय सुरक्षा सिक्के
के दो पहलू है।
इस से सामाजिक मानव प्राकृति
संसार हैं।
जब यह दोनों आपस मे लड़ जाएंगे,
सामाजिक कुरीतियाँ और बढ़ जाएंगी।
चोर,
आवारा जेबकतरों की मौज होगी।
जेलों मे होली अदालतों मे मखोली
होगी।
शासन,
सत्ता मौन होगी आकाओ की मौज़ होगी।
विदेशो मे मौज़ मनाएगे देश को
कंगाल बनाएगे।
वर्दी कोट का झगड़ा होगा,
देश को झटका तगड़ा होगा।
वर्दी कोट हमारी शान हैं भारत
की अभी जो जान हैं।
लिखने को तो हम कुछ भी लिख
सकते हैं।
इससे ज्यादा लिखना,
अपना और अपनों का अपमान हैं।