चारफुटिया छोकारे से विद्या की परस्मानी गीत: यह विभा दत्ता खोसला द्वारा अभिजीत-समीर द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गायन गीत है। विद्या की परस्मानी के गीत गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।
चारफुटिया छोकरे (Chaarfutiya Chhokare )
विद्या की पारसमणि की लिरिक्स (Lyrics Of Vidya Ki Parasmani )
विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो ज्ञान दान से विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से
विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो ज्ञान दान से
विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो ज्ञान दान से विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से
अपने इस जीवन को तुम ऐसे उठाओ आसमान का तुम इसे सूरज बनाओ अपने इस जीवन को तुम ऐसे उठाओ आसमान का तुम इसे सूरज बनाओ डिगा नहीं
विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो ज्ञान दान से विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से
अज्ञान के अँधेरे पे स्पर्श तुम्हारा सारी रात नया नया जले यह तारा अज्ञान के अँधेरे पे स्पर्श तुम्हारा सारी रात नया नया जले यह तारा विद्या की रौशनी से दूर हो अँधेरा जहा
विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो यह जीवन पूर्ण करो ज्ञान दान से विद्या की पारसमणि छू लो प्राण से