बदलाव ज़िन्दगी का!!
में से तू, तू से तुम, तुम से आप,आप से हम क्या यही हे बदलाव ज़िन्दगी का ।...........रातो का नीदाो में, नीदाो का सपनो में, सपनो का हक़ीक़त से पहले टूट जानाक्या यही हे बदलाव ज़िन्दगी का ।...........क्षण भर के लिए परायो का अपना, अपनो का सदा के लिए परया हो जानाक्या यही हे बदलाव ज़िन्दगी का ।...........हसरत मो