जेवर : जेवर में चुनावी रैली के दौरान एक मुसलमान से मैंने पूछा कि राजनाथ सिंह के भाषण में कुछ अच्छा लगा? उसने बड़ी साफगोई से कहा, हमने सुना था ये लोग मुसलमानों को देश से भगाने की बात कर रहे हैं, ऐसा तो कुछ नहीं लगा। फिर ये पूछने पर कि बीजेपी को वोट दोगे क्या, उसने कहा, वोट तो हमारा ठाकुर को है, ईजेपी-बीजेपी से हमें क्या मतलब! ये ठाकुर हैं ठाकुर धीरेंद्र सिंह, जेवर से बीजेपी के प्रत्याशी। आपको शायद याद हो कि ठाकुर धीरेंद्र राहुल गांधी को मोटर सायकल पर बैठा कर भट्टा पारसौल लाये थे जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने उनके गाँव घुसने पर पाबंदी लगा दी थी। उन्हीं ठाकुर धीरेंद्र का हाथ अब कमल को मजबूत कर रहा है। कांग्रेस की पृष्ठभूमि होने के नाते मुसलमानों में उनकी पूछ परख है।
इधर इस मुसलमान के बयान का इशारा साफ़ है- बसपा अगर पूरे दमखम से लड़े और सपा के साथ मुस्लिमों के वोटों में सेंध लगाये तभी बीजेपी की बात बनेगी। दूसरी तरफ हवा ये भी है कि इस बार मुसलमान ज्यादा जागरूक है और उसका वोट सिर्फ बीजेपी को हराने के लिए है, सपा-बसपा या कांग्रेस को जिताने के लिए नहीं! ऐसी सूरत में विधानसभा की त्रिशंकु तस्वीर साफ दिखाई देती है।
लेकिन क्या शहरी और युवा मुसलमान भी बीजेपी(मोदी) से उतने ही हद दर्जे की नफरत करता है? मुझे तो लगता है, हां!
इस बीच कुछ घंटों बाद 11 फरवरी की सुबह से 73 सीटों के लिए पहले फेज की वोटिंग शुरू होगी। कीजिये इंतज़ार क्योंकि यूपी देश है, प्रदेश नहीं!!