साथी से जिंदगी की तालाश मी हम के गीत: यह कुमार सानू द्वारा नादेम और श्रवण द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। जिंदगी की तालाश मी हम गीत गीत समीर द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।
साथी (Saathi )
ज़िन्दगी की तलाश में हम (Zindagi Ki Talash Mein Hum ) की लिरिक्स (Lyrics Of Zindagi Ki Talash Mein Hum )
ज़िन्दगी की तलाश में हम मौत के कितने पास आ गए जब यह सोचा तो घबरा गए आ गए हम कहाँ आ गए ज़िन्दगी की तलाश में हम मौत के कितने पास आ गए
हम थे ऐसे सफ़र पे चले जिसकी कोई भी मंजिल नहीं हमने सारी उम्र जो किया उसका कोई भी हासिल नहीं उसका कोई भी हासिल नहीं एक ख़ुशी की तलाश में थे कितने ग़म हुमको टी
सोचो हम कितने मजबूर थे जो न करना था वह कर गए पीछे मुड़ के जो देखा ज़रा अपने हालात से डर गए अपने हालात से डर गए खुद के बारे में सोचें जो हम अपने आप से
ज़िन्दगी की तलाश में हम मौत के कितने पास आ गए जब यह सोचा तो घबरा गए आ गए हम कहाँ आ गए