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बहते आंसू

5 मई 2022

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रोका है अपने आंसुओं को,
आज इन्हे बहने दूं क्या...
ये कुछ कहना चाहते है
आज इन्हे कहने दूं क्या..
छिपा के रखा था इन्हे खुद से ही
मेरे ही तो है, इन्हे मुझसे मिलने दूं क्या....
जो नही होना था, वो भी हो गया
मेरा यार मुझसे इतना दूर हो गया
बहुत हो गई दिल में घुटन,
अब आंखो को थोड़ा रो लेने दूं क्या...
दिल का हाल बहुत बुरा है
तेरे सिवा किसी और को बताऊं क्या... ?
दिल में दर्द है कितना
अब रो के दिखाऊं क्या...

बहुत मुश्किल से लिख रहा हूं ये
आंखे भर भर आ रही है
एक बार कह के तो देखते
अब तुम्हें समझाऊं क्या..?

#Rajeev बहुत दिल दुखाया है तूने... कभी माफ नहीं करूंगा 😭
😭😭😭
Monika Garg

Monika Garg

बहुत दुःख की बात है मेरी रचना पढ़कर समीक्षा दें https://shabd.in/books/10080388

6 मई 2022

Vijay Nayak

Vijay Nayak

आज मेरा यार मुझे छोड़ कर दूर चला गया.. बहुत दूर 😭🥺🥺😭

5 मई 2022

1
रचनाएँ
बहते आंसू 😭
0.0
"रोका है अपने आंसुओं को, आज इन्हे बहने दूं क्या... ये कुछ कहना चाहते है आज इन्हे कहने दूं क्या..." आज मेरा यार हमारे बीच नहीं है उसी के लिए 😭😭😭

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