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चेहरे

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कैश के जाते ही ऐश बंद हो गई हैं ।टोल फ्री रोड हो गए ।अब बियर बारों की भीड़ बैंक मे चली गई।मजदूरो का पी.एफ, मालिको ने जमा करा दिया।पत्नियों ने मुश्किल वक्त मे खर्चा करने वाले पैसो को, मिया जी को पकड़ा दिया।सड़कों मे लोग कम, पैसा ज्यादा घूम रहा हैं। जुए सट्टे अब सब बंद पड़े हैं।महंगी गाडियाँ, दिल्ली की सड़

नैनों से दिल में उतर गई|दिल में थी सुबह, शाम कर गई |बहे नीर रातों में उसके लिए|गीला बिस्तर वह कर गई|बदलते रहे करवटे रात भर |न उसका कोई न अपना कोई| नैनों से दिल में उतर गई|दिल में थी सुबह, शाम कर गई |बड़ी मुद्दतो से बसाई तस्वीर उसकी अपने आँसूओमें|पूछ न सके उसका पता, दिल पर कई

2013 savita doosara bhag होली के रंग जीवन के संग। सर में पड़ा सूखारंग, नहाते वक्त ही बताता है कि मै कितना चटकीला हूँ। पानी की धार के साथ शरीरके हर अंग मे अपनी दस्तक की खबर के तार को बिछाता। उस समय यह अनुमान लगाना मुश्किलहो जाता है कि यह किसका रंग हैं? फाल्गुन का महिना आधा होचला था। चटकीले रंग फीके हो

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