गर्मियों के मौसम में जामुन का सेवन करना सभी को बहुत पसंद होता है देखने में यह भले ही काला हो लेकिन इसका स्वाद बहुत ही मीठा और अच्छा होता है। जामुन में बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते है। अम्लीय होने के कारण कुछ लोग जामुन को नमक के साथ खाना पसंद करते है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको जामुन के फायदें Jamum Ke Fayde के बारें में बताएंगे जिससे आप जान सकेगें कि जामुन का सेवन किस प्रकार व किन रोगों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है-
जामुन के गुण व फायदें
जामुन में खनिज तत्व पाए जाते है, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम,पौटेशियम, आयरन और फाइबर की मात्रा जामुन के फल में समाहित रहती है जो कि स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद होता है। इसमें जिंक,ग्लूकोज, विटामिन ए और सी पाया जाता है। जामुन में मौजूद सभी तत्व बीमारियों के उपचार में सहायता प्रदान करतें है। निम्नप्रकार की बीमारियों में जामुन के सेवन से लाभ मिलता है-
1.पाचन शक्ति को बढाएं- जामुन पेट संबंधी विकारों को दूर करता है और इसके सेवन पाचन शक्ति में वृद्धि होती है। जामुन के सेवन से पेट संबधी सभी प्रकार के रोगों को नष्ट करता है। अगर आपको दस्त हो रही है तो आप आम और जामुन की गुठलियों के भीतरी भाग की गिरी को कूटकर चूर्ण बना लें। एक चम्मच चूर्ण को ठंडे पानी के साथ इसका सेवन करें। दस्त से छुटकारा मिल जाएगा।
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2.कान दर्द में- अगर आपको कान में दर्द है तो आप जामुन के गुठली के गिरी के तेल की कुछ बूदें सुबह-शाम कान में डालें। ऐसा करने से कान में दर्द से छुटकारा मिल जाएगा और कान में संक्रमण भी खत्म हो जाएगा।
3.मधुमेह रोगियों के लिए- मधुमेह के रोगियों के लिए जामुन बहुत ही फायदेंमंद साबित होता है। यह अधिक पेशाब और भूख को कम करने में मदद करता है। मधुमेह के रोगी जामुन की गुठलियों को अलग कर लें फिर उसके बाद उसे धूप में सुखाकर फिर उसे पीसकर उसका चूर्ण बना लें और इस मिश्रण का सेवन रोजाना करें। मिश्रण के रोजाना सेवन से मधुमेह का स्तर सामान्य रहता है। मधुमेह के रोगी जामुन के फल का भी सेवन करें इससे भी उनका शुगर नियंत्रित रहता है।
4.त्वचा संबंधी विकार- अगर आपके चेहरे पर बहुत सारे कील-मुहांसे दाग और धब्बे निकल आए तो इनको नष्ट करने में भी जामुन की गुठलियां सहायक होती है। आप जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें और उसके बाद रात्रि में दूध में चूर्ण को मिला लें फिर इस लेप को चेहरे पर लगाएं और प्रातकाल इसे ठंडें पानी से धो ले ऐसा 15 दिनों तक करने से आपके त्वचा सबंधी सारे समस्या दूर हो जाएगी।
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5.दांतो की मजबूती और मुंह के छालों- दांतो और मसूड़ों से सबंधित समस्याओं से निजात दिलाने में भी जामुन कारगर साबित होता है। आप जामुन के गुठलियों को सूखाकर फिर इसें पीस ले और इसका मंजन करें। ऐसा करने से आपके दांत और मसूड़े मजबूत और स्वस्थ्य रहते है। जामुन की पत्तियों में भी एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते है जिस मसूढ़ें से खून निकलने पर इसे रोकने में मदद करता है। आप इसके पत्तियों को सूखाकर पीसकर इसका चूर्ण तैयार करें और इसका इस्तेमाल करें। मुंह के छालों से छुटकारा पाने के लिए जामुन के छाल का से दातुन करें क्योंकि जामुन के पेड़ की छाल कसैली होती है और यह मुंह में छालें बनने से रोकती है।
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6.पथरी से छुटकारा- जामुन में कई तरह के औषधी गुण पाए जाते है अगर आपको गुर्दे में पथरी की शिकायत है तो इससे छुटकारा पाने के लिए आप जामुन के गुठलियों को पीसकर उसका चूर्ण तैयार कर लें और उसे दही में मिलाकर खाएं। ऐसा करने पर आपको पथरी की समस्या से निजात मिल जाएगा। इसके सेवन से कब्ज की शिकायत भी दूर होती है।
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7.बोलने में तकलीफ- अगर आपकी आवाज फंस गई हो या फिर बोलने में दिक्कत हो रही हो तो जामुन की गुठली के काढे़ से कुल्ला कीजिए। आवाज को मधुर बनाने के लिए जामुन का काढा बहुत फायदेमंद है। आप मधुर आवाज को पाने के लिए जामुन की गुठली को सुखाकर उसका चूर्ण बना लें फिर उसें शहद के साथ मिलाकर उसका सेवन करें ऐसा करने आवाज सुरीली होती है और आवाज का भारीपन भी दूर होता है।
8.कैंसर में लाभदायक- अगर आप कैंसर रोग से पीड़ित है तो आप जान लें कि जामुन में कैंसर रोधी गुण भी पाये जाते हैं। कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के बाद जामुन का सेवन करना चाहिए ऐसा करने से आपको लाभ मिलेगा।
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जामुन खाने के नुकसान
अगर किसी वस्तु के सेवन से लाभ प्राप्त होता है तो उसके अधिक सेवन से आप उसके नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल सकते है-
1.जामुन खाना खाने के बाद खायें। तथा इसके सेवन से दो घंटे पूर्व व पश्चात् तक दूध नहीं पियें। दो घंटे के बाद ही दूध पियें।
2.मधुमेह के रोगी जामुन के गुठली का पाउडर निर्धारित मात्रा में ही लें, अधिक मात्रा में लेना हानिप्रद है।
3.जामुन का सेवन खाली पेट नहीं करना चाहिए। अगर आप खाली पेट जामुन का सेवन करते है तो आपको कब्ज की समस्या हो सकती है।
4.यदि आप जामुन का अधिक मात्रा में सेवन करते है तो आपके शरीर में दर्द की शिकायत हो सकती है।
5.लगातर उल्टी की समस्या होने पर भी जामुन के फल का सेवन नहीं करना चाहिए।