बात सुनो भाई भगत सिंह
गुंडे चोर इंडिया के…
बात सुनो भाई भगत सिंह
गुंडे चोर इंडिया के…
भारत माँ को लुटते है जनता के सपने टूटते हैं,
गरीब भूके मरते है अमीरों के घर भरते है….
लड़किया सड़े तेजाब मै
जवानी रुले शराब में…
आपकी क़ुरबानी पर नाज है.
पर क्या करे ऐसी आजादी का
हर दिन दिखती बर्बादी का….
यह हे हाल देश का
सफ़ेद कपड़ो में गुंडों के भेस का.
किसी को कोई टेंशन नही बूढों को मिलती पेंशन नही..
गाय का खाते चारा यह,
हमारा देश है महान का लगाते नारा यह…
किस चीज का इनको नाज है,
किस चीज का हमे नाज है…
ऐसा क्या है जो हमारे देश में महान हैं,
ऐसा क्या है जो हमारे देश में महान हैं……