प्रसिद्ध एयरोस्पेस वैज्ञानिक जी
साठेश रेड्डी को
रक्षा अनुसंधान विकास
संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष
के रूप में
दो साल की
अवधि के लिए
नियुक्त किया गया
है | एस क्रिस्टोफर जून में
सेवानिवृत्त हो गए थे और तब से यह पद खली था | उन्हें रक्षा अनुसंधान
एवं विकास विभाग
(डीडीआर और डी)
में सचिव भी नियुक्त किया गया है।
रेड्डी, जिनके पास मिसाइल
सिस्टम में उनके
शोध और विकास
के लिए प्रतिष्ठित
प्रतिष्ठा है और
एयरोस्पेस प्रौद्योगिकियों और उद्योगों
के उन्नयन की
दिशा में योगदान,
वर्तमान में रक्षा
मंत्री निर्मला सीतारमण के
वैज्ञानिक सलाहकार के रूप
में कार्यरत हैं।
रेड्डी ने सैटेलाइट नेविगेशन रिसीवर और हाइब्रिड नेविगेशन सिस्टम के विकास के साथ इनर्टियल सेंसर, नेविगेशन स्कीम, एल्गोरिदम सिस्टम, कैलिब्रेशन पद्धतियां, सेंसर मॉडल, सिमुलेशन की अवधारणा, डिजाइन और विकास जैसे कार्यक्रमों का नेतृत्व किया है।
रेड्डी आंध्र प्रदेश में जवाहरलाल नेहरू तकनीकी विश्वविद्यालय (जेएनटीयू) से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में स्नातक हैं और यही से एमएससी और पीएचडी भी की है| रेड्डी नेविगेशन विज्ञान में अपनी विशेषज्ञता के लिए व्यापक रूप से जाने जाते है।
इसके साथ-साथ जी रेड्डी रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नेविगेशन लंदन के साथ रॉयल एयरोनॉटिकल सोसाइटी में भी शामिल हो चुके हैं।
वह रॉयल एयरोनॉटिकल
सोसाइटी, यूके से रजत
पदक प्राप्त करने
के बाद भारत में
काम कर रहे
पहले रक्षा वैज्ञानिक
हैं और उन्हें इंजीनियरिंग उत्कृष्टता के
लिए पहले आईईआई
(इंडिया) और आईईईई
(यूएसए) संयुक्त पुरस्कार के
लिए भी चुना
गया था।
रेड्डी की नेतृत्व में
ही एवियनिक्स सिस्टम
तैयार किया गया
था।