BSF के एक क्लर्क ने अपनी एक FB पोस्ट में एक वीडियो डालकर ज़बरदस्त हंगामा खड़ा कर दिया है। बीएसएफ क्लर्क नवरत्न चौधरी ने आरोप लगाया कि बीएसएफ के अफ़सरों के लिए आने वाली शराब को बाहर के लोगों को बेचा जा रहा है। उसने दावा किया कि उसके शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। चौधरी के इस वीडियो के वायरल होने पर बीएसएफ के अधिकारियों ने उसकी शिकायत पर जांच का आदेश जारी कर दिया।
राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले चौधरी गुजरात के कच्छ जिले के गांधीधाम में बीएसएफ की 150वीं बटालियन में तैनात हैं। चौधरी ने यह वीडियो 26 जनवरी को अपलोड किया था। इस वीडियो में एक असैनिक को शराब की बोतलें ले जाते हुए दिखाया जा रहा है। उल् लेख नीय है कि गुजरात में शराबबंदी लागू है। वहां शराब पीना, खरीदना और बेचना प्रतिबंधित है। इस वीडियो में चौधरी ने कहा है कि ये शराब जवानों के लिए उनके बचाए पैसे से आती है। जिसे बाहर के लोगों को बेच दिया जाता है। मैंने चार महीने पहले शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए मुझे इस तरह से देश के सामने आना पड़ा है।
चौधरी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि हर कोई भ्रष्टाचार का खात्मा चाहता है। लेकिन इसे खत्म करने के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहा। हर बार व्हिसिल ब्लोअर को ही सजा मिलती है। ईमानदार और सच्चा सैनिक होने की हमें सजा दी गई है। गलत बातों की हमने जब भी शिकायत की हमारा तबादला एक नई जगह पर कर दिया गया। लेकिन इससे यह लोग मेरा मनोबल नहीं तोड़ सकते हैं। तीन मिनट के इस वीडियो में चौधरी ने कहा कि अब तानाशाही की सभी हदें पार हो गई हैं।
बीएसएफ में आप खुलेआम भ्रष्टाचार कर सकते हैं। लेकिन अगर आप इसकी शिकायत करेंगे तो आपने बड़ा अपराध किया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में पुंछ की 29वीं बटालियन के एक बीएसएफ जवान ने खराब खाने की शिकायत करते हुए उसका वीडियो फेसबुक पर डाला था। एक के बाद एक फौज के हर कोने से इस तरह की आवाज़े आना इस बात का साफ संकेत है कि कुछ नहीं बल्कि बहुत कुछ गड़बड़ है।